Wednesday, 3 August 2011

हमेशा की तरह लुटते रहेंगे

कुछ लोग हवा के रुख के साथ चलते हैं और कुछ विपरीत! साथ चलनेवालों को अकलमंद और विपरीत चलनेवालों को बेवकूफ कहा जाता है. इस हिसाब से हवा के रुख के साथ उड़ने वाली पतंग अकलमंद है जो बिना उद्देश्य आसमान में मंडराती रहती है और फिर कट के जमीन की धूल चाटती है... जबकि विमान या पानी का जहाज बेवकूफ है जो हवा के विपरीत चलकर यात्रियों को लक्ष्य तक पहुंचाता है. हाँ मेरा अभिप्राय उन लोगों से है जो आज के भ्रष्टाचार में बेबस हो कर साथ देते हैं और लूट के माल में अपना हिस्सा पाकर खुश होते हैं..वो नहीं जानते कि हर्षद मेहता जैसे लोगों को भी हराम की दौलत सुख नहीं दे पाई और वो समय से पहले बदनाम होकर मर गए..साथ ही अपने बच्चों के लिए भी कलंक का टीका लगा गए.. रही बात भ्रष्टाचार, अन्याय के खिलाफ खड़े होने की, तो वो हिम्मत बहुत कम लोगों में है.. लेकिन अंत में जीत का सुख उन्हें ही मिलेगा और उनके वंशज उनका नाम लेकर गर्वान्वित होंगे. .. जब बात सत्य और इमानदारी की होरही है तो मैं साफ़ करदूं कि आज कोई भी दूध का धुला या भगवान नहीं है... चाहे वोह अन्ना हजारे हों या बाबा रामदेव... भारत स्वाभिमान के नाम पर १००१ रुपये का रजिस्ट्रेशन अगर अनिवार्य है तो गरीब लोग कैसे बाबा का साथ देंगे..और बाबा योग के नाम पर अगर लोगों में देशभक्ति कि चेतना जगा रहे हैं तो क्या उसका कोई लक्ष्य या उद्देश्य दिखाई दे रहा है? नहीं... न तो अभी तक कोई राजनीतिक पार्टी बनायीं गयी है न ही देश को भ्रष्टाचारियों से मुक्त करने की कोई ठोस योजना है...लेकिन एक बात कहता हूँ.. अगर आपकी बहिन या बेटी को कोई वर्दीवाले गुंडे छेड़ रहे हों और उसकी इज्जत लूटने कि कोशिश करें..और उसी समय कोई नामी डाकू आकर उन गुंडों से भिड़ कर लोगों को एकत्र कर ले और आपकी बहिन या बेटी को बचा ले..तो क्या आप उस डाकू को डाकू कहेंगे.?.क्या आपको वोह डाकू पुलिस वाले के सामने भगवन नजर नहीं आएगा... बस इतना ही सोचो.. आज जो भी देश के लुटेरों के साथ दो दो हाथ करने को खड़ा है वो ही देशभक्त है.. और हमें उसके आचरण से कुछ लेना देना नहीं.. इसलिए..चाहे अन्ना जी हों या बाबा रामदेव.. हमारे लिए वो महान हैं और हमें उनका आदर करना चाहिए..वर्ना हम खुद ही विघटित होकर हमेशा की तरह लुटते रहेंगे. ---शशांक जौहरी (लेखक/ कवि)


मेरे लेखों और कविताओं को कुछ लोग कोपी पेस्ट कर के प्रसारित कर रहे हैं.. मेरा उनसे अनुरोध है कि वो मेरी कृति के साथ मेरा नाम अवश्य रखें उसे हटायें नहीं और अपनी कृति बना कर प्रस्तुत न करें. यह कोपी राइट का उलंघन है . धन्यवाद
मेरी कृतियों को प्रकाशित करने के लिए मुझे संपर्क कर सकते हैं.. , शशांक जौहरी (लेखक/कवि) 7503051717 , 7503051818

No comments:

Post a Comment