Saturday, 20 August 2011

अन्ना नहीं फकीर है,

अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,

 अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,
दुश्मन के हथियार गिरा दे, ऐसा सैनिक वीर है,

आर टी आई का अस्त्र बना भ्रष्टों की खबर निकाली,
पर्दा हटा, हटा, के खोलते हैं करतूतें काली,
२०० भ्रष्ट अफसरों और नेता की कुर्सी खाली,
ढूंढ रहे हैं इन भ्रष्टों के, लिए नयी कोतवाली,

अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,
दुश्मन के हथियार गिरा दे, ऐसा सैनिक वीर है,

लोकपाल जनता की बनी कोतवाली अब आएगी,
जनता का धन लुटने से जनता मुक्ती पायेगी,
डर से काँप रहे हैं चोर सब, अब कुर्सी जाये गी,
नहीं बना जन लोकपाल तो, गवर्नमेंट जाएगी,

अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,
दुश्मन के हथियार गिरा दे, ऐसा सैनिक वीर है,

गांधीगीरी से अन्ना की विजय अगर अब होगी,
जन जन में गांधी की प्रतिष्ठा और प्रतिष्ठित होगी,
नक्सलवाद छोड़ अब फिर, सब गांधी बन जायेंगे,
सत्य अगर होंगे तो समर्थन, जनता का पायेंगे,

 अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,
दुश्मन के हथियार गिरा दे, ऐसा सैनिक वीर है,

सरदारों की शान बनो मेरे मनमोहन प्यारे,
अन्ना वाले लोकपाल का करो समर्थन सारे,
अगर मुखौटा हो तो विभीषण बन के छोड़ दो लंका,
अब ना भ्रष्टाचार बचेगा, बजा दिया है डंका,

 अन्ना नहीं फकीर है, भारत की तकदीर है,
दुश्मन के हथियार गिरा दे, ऐसा सैनिक वीर है,

शशांक जौहरी, Cell: 7503051717

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